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बढ़ती उम्र में शरीर दर्द से परेशान सावित्री जी को मिला आराम

New Delhi, India 24 August, 2024

बॉडी पेन यानी शरीर में दर्द की समस्या से लोग आए दिन परेशान रहते हैं। आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में सिर दर्द, कमर दर्द या हाथ-पैरों में दर्द होना आम बात है। यह एक सामान्य परेशानी है, जो किसी को भी हो सकती है। शरीर में दर्द होने के कई कारण हो सकते हैं। शरीर में विटामिन की कमी, थकान, फिजिकल एक्टिविटी में कमी या बदलते मौसम की वजह से शरीर में दर्द की शिकायत हो सकती है। आमतौर पर थोड़ा आराम करने से शरीर के दर्द में आराम मिल जाता है। लेकिन कई बार पूरे शरीर में इतना तेज दर्द होता है कि व्यक्ति किसी भी काम पर ध्यान नहीं दे पाता है। कभी-कभी शरीर में असहनीय दर्द होने लगता है, जिसके लिए अधिकतर लोग पेन किलर्स का सहारा लेते हैं। लेकिन इनके ज्यादा सेवन से शरीर को काफी नुकसान पहुंच सकता है। आज हम आपको बताएंगे सावित्री जी के बारे में जिन्हें कई सालों से शरीर में दर्द था और उन्होंने भी यही रास्ता चुना एलोपैथिक दवाओं का सेवन करने का। अब उन्हें आराम मिला या नहीं ये हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे।

दिल्ली की रहने वाली सावित्री जी काफी सरल और दयालु स्वभाव की महिला है। उनके परिवार में उनके पति दो बेटे, दो बहुएं रहती हैं। सावित्री जी अपने परिवार के साथ काफी खुशहाल जिंदगी बिता रही थी। वो अपने काम को लेकर काफी आगे रहती हैं। सावित्री जी का अपना एक बूटिक था। जहाँ वो 22 सालों से काम करती आ रही थी। लेकिन सावित्री जी ने अपनी कुछ दिक्कतों के कारण अपना बूटिक बंद कर दिया था। दरअसल सावित्री जी शरीर की समस्या से काफी परेशान रहती थी। उन्होंने एलोपैथिक के अलावा कई तरह के उपचार करवायें लेकिन उन्हें अपनी समस्या में किसी भी तरह का आराम नहीं मिल पाया। बल्कि अंग्रेजी दवाईयों के कारण उनके लीवर में सूजन आ गयी। ये दवाईयां आराम देने की जगह शरीर के लिए और नुकसान बन गयी। अब सावित्री जी के सामने यह चुनौती आ गयी थी कि आखिर इस समस्या से कैसे राहत पायी जाए। उन्होंने अपनी समस्या के लिए कई सारे इंजेक्शन भी लगवाए। कई तरह के टेस्ट भी करवाये लेकिन फिर भी उनकी दिक्कतों में कोई आराम नहीं मिला पाया। सावित्री जी अपनी तकलीफों के कारण रातभर रोती रहती थी। दर्द के कारण सावित्री जी रात-रात भर जागती रहती थी। सावित्री जी कुछ ऐसा उपाय खोज रही थी जो उन्हें इस समस्या से राहत पहुंचा सके। लेकिन सावित्री जी ने अपने बेहतर होने की आस मन ही मन छोड़ दी थी।फिर उनकी जिंदगी में एक ऐसा शख्स आया जिन्होंने उनकी समस्या का सही उपाय बताया। उस महान शख्सियत का नाम है हकीम सुलेमान खान साहब।

दरअसल सावित्री जी घर पर ही टी.वी देख रही थी तभी अचानक उनकी नजर हकीम साहब के सबसे ज्यादा देखें जाने वाले शो सेहत और जिंदगी पर गयी। जो कि उस वक्त लाइव चल रहा था। सावित्री जी रुकी और हकीम जी का पूरा शो देखा। हकीम साहब के इस प्रोग्राम को देखकर सावित्री जी काफी खुश हो गई मानों उन्हें अपनी समस्या का उपाय मिल गया हो। प्रोग्राम में हकीम साहब बड़ी से बड़ी समस्या के लिए घरेलू नुस्खों को इस्तेमाल करने की सलाह दे रहे थे। साथ ही काफी लोगों के फीडबैक भी आ रहे थे कि हकीम साहब के घरेलू नुस्खों से स्वस्थ और सेहतमंद हो गये हैं। बस फिर क्या था सावित्री जी ने भी सोच लिया कि वो अपनी समस्या के लिए हकीम साहब के घरेलू नुस्खों का इस्तेमाल करेंगी। उन्होंने बिना किसी देरी के अपने शरीर दर्द के लिए ATIYA HERBS से गोंद सियाह मंगवायी। गोंद सियाह के सेवन से सावित्री जी को कुछ ही दिनों में आराम मिलना शुरु हो गया। सावित्री जी बिल्कुल हैरान थी कि जिस समस्या की वजह से वो रात भर सो नहीं पाती थी कोई काम नहीं करती थी,चलने – फिरने में काफी परेशानी होती थी आज उस परेशानी में उन्हें आराम मिल गया। अब वह कोई भी काम आसानी से कर लेती है। सावित्री जी को अब यूनानी बूटियों पर काफी विश्वास होने लगा। विश्वास हो भी क्यों न जिस समस्या की वजह से वह सालों से कई दिक्कतों का सामना कर रही थी आज हकीम जी के घरेलू नुस्खे अपनाकर सावित्री जी स्वस्थ और सेहतमंद जीवन जी रही हैं।

सावित्री जी ने एक खास बातचीत में कहा मैं हकीम जी की शुक्रगुजार हूँ आज मैं उनके कारण ही काफी स्वस्थ महसूस कर रही हूँ मैं भगवान से यही प्रार्थना करती हूँ कि हकीम जी स्वस्थ रहे और आगे भी अपने घरेलू नुस्खों की मदद से लोगों का भला करते रहें। भगवान उन्हें स्वस्थ रखें ताकि वो हमारी खिद्मत कर सकें। आज सावित्री जी जो स्वस्थ और सेहतमंद जिंदगी बिता रही हैं इसका सारा श्रेय वह हकीम सुलेमान खान साहब को देती हैं।

गोंद सियाह क्या है ?

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गोंद सियाह कैसे मिलता है और यह देखने में कैसा होता है। यह पौधा तिन्दुक कुल एबीनेसी का सदस्या है। इसके कालस्कंध (संस्कृत) ग्राम, तेंदू। यह समस्त भारतवर्ष में पाया जाता है। यह एक मध्यप्राण का वृक्ष है जो अनेक शाखाओं प्रशाखाओं से युक्त होता है। गोंद सियाह, पेड़ के तने को चीरा लगाने पर जो तरल पदार्थ निकलता है वह सूखने पर काला और ठोस हो जाता है उसे गोंदिया कहते हैं, गोंद सियाह देखने में काले रंग का होता है। यह बहुत ही पौष्टिक होता है उसमें उस पेड़ के औषधीय गुण पाये जाते हैं। गोंद सियाह हमारे शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है जो हमारे जोड़ों के दर्द के साथ शरीर की कई बीमारियों को हम से दूर रख सकता है।

असली गोंद सियाह मंगाने के दिए गए नंबर पर संपर्क करें।

011 6120 5381
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