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महबूब जी को घुटनों के दर्द में मिला हकीम जी का असरदार यूनानी नुस्खा

New Delhi, India 29 August, 2024

बढ़ती उम्र और शरीर में पोषक तत्वों की कमी जैसे और भी बहुत ऐसे कारण हैं जो घुटनों में दर्द के लिए जिम्मेदार होते हैं। वर्तमान समय में खान पान में इतना ज्यादा बदलाव आ गया है कि व्यक्ति के शरीर को पोषक तत्व निश्चित मात्रा में नहीं मिल पाते हैं जिसकी वजह से यह दर्द आम होता जा रहा है। यही वजह है कि आजकल के बच्चे भी इस समस्या से परेशान हो रहे हैं। घुटनों का दर्द किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है। खुशकिस्मती यह है कि घुटनों के दर्द का उपचार है।

गोवा के रहने वाले महबूब जी काफी दयालु स्वभाव के व्यक्ति है। उनकी उम्र 46 साल है। महबूब जी अपने परिवार के काफी जिम्मेदार व्यक्ति है। वह अपनी जिम्मेदारी काफी अच्छे से निभाते हैं। महबूब जी अपनी जिम्मेदारी निभाने के साथ-साथ वह अपने गांव के लोगों की भी मदद करते हैं। वह एक अच्छे समाज सेवक भी थे। लोगों की मदद करना उनकी सुनना महबूब जी का यही काम था। समस्या एक ऐसी चीज है जो कभी भी किसी भी व्यक्ति को हो सकती है।महबूब जी के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। उन्हें भी समस्या हो गई। दरअसल उन्हें घुटनों में दर्द की समस्या हो गयी थी। तो चलिए बताते है उनकी पूरी कहानी।

महबूब जी अपने 8 साल पुराने घुटनों के दर्द से काफी परेशान हो गये थे। उन्होंने कई एलोपैथिक दवाओं का सेवन किया फिर भी उन्हें कोई आराम नहीं मिला। एलोपैथिक दवाओं के सेवन से कुछ देर आराम तो मिल जाते थे लेकिन यह दर्द फिर से शुरु हो जाता था। घुटनों का दर्द ऐसा बढ़ गया था कि उन्हें उठने-बैठने में काफी परेशानी होती थी। लेकिन महबूब साहब किसी तरह अपना जीवन काट रहे थे। उनकी समस्या से उनका परिवार भी काफी परेशानी में आ गया था। वे अपना उपचार कराने के लिए कई डॉक्टरों के चक्कर काटे थे लेकिन फिर भी उन्हें आराम नहीं मिला। फिर एक दिन उनके पड़ोसी ने उन्हें हकीम सुलेमान खान साहब के बारे में बताया। वे माननीय हकीम सुलेमान खान साहब की मदद और यूनानी दवाओं से बहुत लोगों को स्वस्थ कर रहे थे।

पड़ोसी के कहने अनुसार महबूब जी ने असली गोंद सियाह ATIYA HERBS से ऑर्डर किया। गोंद सियाह के सेवन से महबूब जी को अपनी घुटनों की समस्या में काफी आराम मिल गया। महबूब जी का कहना है कि उन्हें हकीम जी की यूनानी बूटी का इस्तेमाल करते हुए अभी कुछ वक्त ही हुआ था कि उन्हें धीरे- धीरे अपने घुटनों के दर्द में आराम मिलने लग गया। अपनी समस्या से आराम लगने के बाद वो काफी खुश हुए और गोंद सियाह का इस्तेमाल जारी रखा। साथ ही हकीम जी के घरेलू नुस्खों को जारी रखा।

अपनी समस्या में आराम मिलने के बाद महबूब जी अब रोजाना हकीम जी का बहुचर्चित शो सेहत और जिंदगी देखते हैं। हकीम जी की यूनानी बूटि को अपनाकर आज महबूब जी एक स्वस्थ और सेहतमंद जिंदगी बिता रहे हैं। महबूब जी ने एक खास बातचीत में बताया कि वे हकीम साहब के यूनानी नुस्खों को अब लोगों तक पहुंचा रहे हैं।

गोंद सियाह क्या है ?

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गोंद सियाह कैसे मिलता है और यह देखने में कैसा होता है। यह पौधा तिन्दुक कुल एबीनेसी का सदस्या है। इसके कालस्कंध (संस्कृत) ग्राम, तेंदू। यह समस्त भारतवर्ष में पाया जाता है। यह एक मध्यप्राण का वृक्ष है जो अनेक शाखाओं प्रशाखाओं से युक्त होता है। गोंद सियाह, पेड़ के तने को चीरा लगाने पर जो तरल पदार्थ निकलता है वह सूखने पर काला और ठोस हो जाता है उसे गोंदिया कहते हैं, गोंद सियाह देखने में काले रंग का होता है। यह बहुत ही पौष्टिक होता है उसमें उस पेड़ के औषधीय गुण पाये जाते हैं। गोंद सियाह हमारे शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है जो हमारे जोड़ों के दर्द के साथ शरीर की कई बीमारियों को हम से दूर रख सकता है।

असली गोंद सियाह मंगाने के दिए गए नंबर पर संपर्क करें।

011 6120 5381
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